सफर तो यह भी निकल जाएगा
राह में बहुत बार अकेला खुद को पाएगा
हुआ तो मुकम्मल,
नहीं तो यादों का सिलसिला जीता चला जाएगा।
- नाज़िआ
Updated: Jul 12, 2022
सफर तो यह भी निकल जाएगा
राह में बहुत बार अकेला खुद को पाएगा
हुआ तो मुकम्मल,
नहीं तो यादों का सिलसिला जीता चला जाएगा।
- नाज़िआ
Comments